CID फ़ोन नंबर, हेल्पलाइन – सीआईडी शिकायत नंबर

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एक टीवी Show जो बीस सालो से हमारा मनोंरजन कर रहा है, और अब भी भारत में पॉपुलर है, उसका नाम सीआईडी है, हम में से शायद ही कोई नागरिक होगा, जो एसपी प्रद्युमन और इंस्पेक्टर दया या अभिजीत को नहीं जानते हैं, लेकिन यह केवल एक टीवी शो था। इसके सभी पात्र काल्पनिक थे, और इनका असली सीआईडी से कोई मतलब नहीं है। तो ऐसे में कुछ लोग अब भी यह जानना चाहते हैं, की क्या सीआईडी सच में होती भी है या नहीं, और अगर सीआईडी होती भी है, तो उसमे और सीबीआई में क्या अंतर् है, और अगर हमे सीआईडी से कांटेक्ट करना हो, तो वो कैसे करे, तो आईये यह सब समझते हैं। मेरा नाम अभिनव है, और सीआईडी को समझने के लिए यह एक All In One आर्टिकल है।

CID हेल्पलाइन फ़ोन WhatsApp नंबर

सीआईडी जिसका फुल फॉर्म क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट है, एक स्टेट पुलिस विभाग होता है, यह पुलिस में सेही कुछ लोगो को एक टीम बनाकर केस सॉल्व करने का काम करता है। ऐसे में सीआईडी केवल एक पुलिस डिपार्टमेंट है, ना की केवल अलग। यह सभी स्टेट में अलग अलग होता है, यहाँ पर मैंने चार मेट्रो सिटी के CID डिपार्टमेंट का नंबर दे दिया है, लेकिन अगर आपका राज्य इसमें नहीं है, तो आप निचे कमेंट में अपना राज्य बता सकते हैं, हम आपको आपके राज्य का CID ऑफिस का नंबर बताएँगे।

CID मुंबई कांटेक्ट फ़ोन नंबर 020 -25638446
CID हेल्पलाइन फ़ोन नंबर +91 20 25638444
CID WhatsApp Number Not Available
CID Email Account Not Available
CID वेबसाइट पता https://mahacid.gov.in/
क्राइम ब्रांच हेड ऑफिस CID, Maharashtra State HQ, Pashan Road, PUNE– 411 008

CID का मतलब

CID अधिकारी बनने के लिए पुलिस विभाग में ही नौकरी करने वाले व्यक्तियों में से एक टीम बनाई जाती है, इसके लिए कोई अलग वेकन्सी नहीं होती अगर आप सरकारी नौकरी में सीआईडी में जाना चाहते हैं, तो आपको पुलिस विभाग के लिए ही फॉर्म भरना होगा। कुछ समय नौकरी करने के बाद आपको सीआईडी के लिए चयनित किया जा सकता है। यह सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए एक बेहतरीन कॅरियर विकल्प भी है। तो आईये अब जानते हैं, की एक सीआईडी अफसर कौन है, या फिर क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट क्या है ?

Criminal Investigation Department एक पुलिस स्टेट एजेंसी है जो राज्य सरकार के अधीन आती है। इसका काम राज्य में विशिष्ट मामले, हाई प्रोफाइल मामले, अनसुलझे मामले, वो मामले जिसपर पुलिस खुद कटघरे में हो, इसकी जाँच करना है। यह आदेश राज्य सरकार या राज्य का कोर्ट दे सकता है। जिसके बाद ही सीआईडी जांच करती है। आप डायरेक्ट सीआईडी से जाँच के लिए आवदेन नहीं कर सकते।

क्योकि यह राज्य सरकार के अधीन आती है, ऐसे में एक राज्य का सीआईडी डिपार्टमेंट दूसरे राज्य के सीआईडी डिपार्टमेंट के लिए उत्तरदायी नहीं होता। और ना ही एक राज्य किसी दूसरे राज्य के सीआईडी कार्यो में हस्तक्षेप कर सकता है। सीबीआई किसी स्टेट की रीढ़ की हड्डी होती है, जिसपर राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है।

CID फुल फॉर्म इन हिंदी

सीआईडी का फुल फॉर्म क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट है। और हिंदी में मतलब आपरधिक जाँच विभाग है। यह स्टेट पुलिस की एक विशिष्ट इकाई है, जो गंभीर मामलो की नाच करती है। इनके पास एक स्पेशल टीम होती है, जिसमे क्राइम के सभी पहलुओं की व्यापक जांच शामिल है।

सीआईडी और सीबीआई में अंतर

क्या सीबीआई सीआईडी से बड़ी संस्था है, इन दोनों में क्या अंतर् है ?

दोस्तों, सीबीआई जहाँ सेंट्रल यानि केंद्र सरकार की जाँच एजेंसी है, वहीं सीआईडी राज्य सरकार की जाँच एजेंसी है, सीबीआई सभी जाँच एजेंसियो में सर्वश्रेठ है, और भारत की सबसे शक्तिशाली जांच एजेंसी है। यह सीधे भारत सरकार के अंदर आती है, सीबीआई का आर्डर केवल सुप्रीम कोर्ट या फिर केंद्र सरकार राज्यों के परामर्श के साथ ही दे सकता है। जबकि सीआईडी जांच के आदेश राज्य सरकार दे सकती है। सीबीआई एक बड़ी संस्था है, और इसके पास एक व्यापक और अत्याधुनिक टीम है।

CID का आपराधिक न्याय विभाग (Department of Criminal Justice) मुख्य रूप से अपराध, जांच, अभियोजन और आपराधिक खुफिया से संबंधित है, इसके साथ साथ यह डिपार्टमेंट राजनीतिक, सांप्रदायिक, आतंकवादी और विभिन्न सार्वजनिक नीति मुद्दों पर विभिन्न गतिविधियों जैसे आंदोलन, हड़ताल, प्रदर्शन आदि की जानकारी एकत्र करने का काम करता है। यह राज्य सरकार की एक अहम् जाँच एजेंसी है।

सीबी-सीआईडी ​​जो कई जिलों या यहां तक ​​कि राज्यों में आपराधिक मामलों का अध्ययन करता है, उसके पास विशेष तकनीकी मशीन है, जो उंगलियों के निशान / मानव तस्करी और लापता व्यक्ति, मानव अधिकार सेल, बैंक धोखाधड़ी, हत्याकांड की कोशिकाएं, कुत्ते के उपकरण, अपराध का विश्लेषण और केंद्र और अन्य जांचे कर पाने में सफल है। यह उन अपराधों की भी जांच करता है, जिसके लिए एक बड़े स्तर का क्राइम किया गया हो। जहाँ अपराधी को पकड़ना मुश्किल हो।

जांच और स्क्रीनिंग के प्रभारी पुलिस अधिकारियों को जांच पुलिस, न्यायिक / आपराधिक जांच विभाग, आपराधिक पुलिस कहा जा सकता है, या अक्सर आपके विभाग द्वारा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों के रूप में संदर्भित किया जाता है।

CID अधिकारी बलात्कार, हत्या, गंभीर हमला, सांप्रदायिक दंगा, नकली धोखाधड़ी और किसी भी अन्य अपराध जैसे बड़े या जटिल अपराधों की जांच में शामिल होते हैं, जिन्हें DGP, अदालतों या जिला अधिकारियों की राय में जटिल पहचान की आवश्यकता होती है।

इसकी मुख्य भूमिका गंभीर अपराधों की जांच करना और खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करना है, जिससे अपराधियों की गिरफ्तारी और मुकदमा चलाया जा सकता है। वे खोजी कार्य करते हैं जैसे तथ्य एकत्रित करना और आपराधिक मामलों और धोखाधड़ी के लिए सबूत इकट्ठा करना। पुलिस जासूसों के रूप में उनका काम कानूनों को लागू करना, अपराधियों को पकड़ना, सबूत इकट्ठा करना और अदालत में गवाही देना है।

इसकी मुख्य भूमिका गंभीर अपराधों की जांच करना और खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करना है, जिससे अपराधियों की गिरफ्तारी और मुकदमा चलाया जा सकता है। वे खोजी कार्य करते हैं जैसे तथ्य एकत्र करना और आपराधिक मामलों और धोखाधड़ी के लिए सबूत इकट्ठा करना। पुलिस जासूसों के रूप में उनका काम कानूनों को लागू करना, अपराधियों को पकड़ना, सबूत इकट्ठा करना और अदालत में गवाही देना है।

क्या सीआईडी अफसर का कोई ड्रेस कोड भी होता है ?

नहीं, सीआईडी अफसर अकसर फॉर्मल ड्रेस में होते हैं, लेकिन कभी कबार उन्हें पुलिस की ड्रेस भी पहननी पड़ सकती है। हालांकि अधिकतर टाइम वो किसी ड्रेस में नहीं होते, ऐसा इसीलिए होता है, ताकि लोग उनकी पहचान जल्दी ना कर सके, और जांच में कोई बाधा ना हो।

सीआईडी अफसर की सैलरी कितनी होती है ?

सीआईडी अफसर की सैलरी एक पुलिस अफसर की जितनी ही होती है, और एक पुलिस अफसर की सुविधाएं ही उन्हें मिलती है। हालांकि समाज में रिस्पेक्ट के मामले में सीआईडी पुलिस विभाग से ऊपर है।

अंत में: इस लेख में, हमने सीआईडी अफसर का क्या मतलब होता है, सीआईडी का फुल फॉर्म क्या है, सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर् है, और बाकी जो जानकारी हम दे सकते थे, वो सब जानकारी दी है। आगे से अगर आपको ऐसी कुछ और आर्टिकल पढ़ना है, तो वो हमे कमेंट में जरूर बताईये।

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