जानिए कौन हैं नॉएडा के ट्विन टावर का मालिक: नोएडा में 32 और 29 मंजिला इमारतों को सेकंडों में तबाह करने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। ट्विन टावर्स को इस इमारत के नाम से जाना जाता था। इस ट्विन टावर की तैयारी और विध्वंस पर कुल 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। ट्विन टॉवर के ढहने की खबर दुनिया भर में और सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई, जिससे हर कोई हैरान रह गया कि टावर का मालिक कौन है। जुड़वां टावरों का मालिक कौन है? इतने करोड़ की लागत वाली इमारतें किसने बनाईं? आइए विस्तार से चर्चा करते हैं!
ट्विन टॉवर कंपनी किसके स्वामित्व में है?
हम आपको बताना चाहेंगे कि ट्विन टावर को सुपरटेक कंपनी ने बनवाया था, जिसके मालिक आरके अरोड़ा हैं। अपने आप में आरके अरोड़ा ने नागरिक उड्डयन, ब्रोकिंग, कंसल्टेंसी, प्रिंटिंग, फिल्म्स, हाउसिंग फाइनेंस और कंस्ट्रक्शन सहित लगभग 34 कंपनियों की स्थापना की है। इतना ही नहीं, खबरों के मुताबिक आरके अरोड़ा ने कब्रिस्तान बनाने के लिए एक कंपनी भी खोली है।
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सुपरटेक की स्थापना आरके अरोड़ा और उनके सहयोगियों ने 1995 में की थी। सुपर टेक कंपनी द्वारा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, दिल्ली एनसीआर और यमुना विकास प्राधिकरण सहित लगभग 12 शहरों में रियल एस्टेट परियोजनाएं शुरू की गई हैं। रियल एस्टेट में आरके अरोड़ा ने धीरे-धीरे अपना नाम कमाया। फिर भी, सुप्रीम कोर्ट ने ट्विन टावरों को गिराने का आदेश दिया और सुपर टेक कंपनी को सभी निवेशकों को बुकिंग राशि 12% ब्याज के साथ भुगतान करने का आदेश दिया। अब सुपरटेक कंपनी दिवालिया